ग्रुप 'सी' पदों के अंतर्गत पदोन्नति के 100% वस्तुनिष्ठ प्रकार के बहुविकल्पीय प्रश्नों के संबंध में स्पष्टीकरण -
Query 1 - यदि प्रश्न पत्र में गलतियाँ हैं तो क्या कार्रवाई
की जाएगी जैसे कि
क. ऐसे प्रश्न जिनका
सभी चार विकल्पों (बहुविकल्पीय) में कोई सही उत्तर नहीं है;
ख. अस्पष्ट
प्रश्न है;
ग. गलत गणितीय या
वैज्ञानिक प्रतीक
घ. यदि पेपर सेट करने वाले, स्वयं प्रश्न पत्र में अपनी गलतियाँ बताता है,
Clarifications - रेलवे बोर्ड के पत्र क्रमांक 2010/ई(आरआरबी)/25/27 pt. दिनांक 09.06.2011 के अनुसार, जो यह निर्धारित करता है कि जहां भी प्रश्न पत्र में कोई भी प्रश्न गलत पाया जाता है, तो अनुग्रह अंक और कच्चे अंक देने के बजाय प्रश्न को मूल्यांकन के दायरे से हटाया जा सकता है और प्रतिशत के आधार पर मूल्यांकन किया जा सकता है। यही सिद्धांत विभागीय परीक्षाओं के लिए भी अपनाया जा सकता है।
Query 2 - प्रश्न के गलत होने पर, एसे प्रश्न को गलत मानकर प्रश्न को मूल्यांकन के दायरे से बाहर करने का निर्णय लेने के लिए सक्षम प्राधिकारी कौन हो सकता है, प्रश्नपत्र तैयार करने वाला हो या अगला उच्च प्राधिकारी?
Clarifications - विभागीय परीक्षाओं के समापन के बाद, उम्मीदवारों से आपत्ति प्राप्त की जा सकती है, चयन बोर्ड के सदस्यों यानी प्रश्न पत्र सेटर को प्रश्नों/ विकल्पों की शुद्धता के बारे में निर्णय लेना चाहिए और मूल्यांकन कर्ता को भी मूल्यांकन शुरू करने से पहले खुद को इससे संतुष्ट करना चाहिए।
Query 3 - आरआरबी चयन और विभागीय चयन की प्रक्रिया अलग-अलग है क्योंकि आरआरबी में, उम्मीदवारों को सभी प्रश्नों को
हल करने के निर्देश के साथ 100 प्रश्न
प्रदान किए जाते हैं, जबकि विभागीय चयन
में, राजभाषा के 10 वैकल्पिक प्रश्न के साथ कुल 110 प्रश्न होते हैं। 110 प्रश्नों में से, कर्मचारियों को केवल 100 प्रश्न ही हल करने होते हैं ।
इस स्थिति में, कुछ कर्मचारी गलत प्रश्न का प्रयास कर सकते हैं और उनमें से कुछ गलत प्रश्न का प्रयास नहीं कर सकते हैं और प्रश्न पत्र में पहले से ही उपलब्ध राजभाषा के अन्य प्रश्न का प्रयास कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में दो प्रकार की उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध होती हैं एक उन कर्मचारियों के लिए जिन्होंने गलत प्रश्नों का प्रयास किया है और दूसरा उनके लिए जिन्होंने तथाकथित गलत प्रश्नों का प्रयास नहीं किया है और इसके बजाय अन्य प्रश्नों का प्रयास किया है जो प्रश्न पत्र में उपलब्ध हैं
Clarifications - ग्रुप - सी से ग्रुप-बी में पदोन्नति के लिए चयन और एल डी सी ई में अपनाई जाने वाली निम्नलिखित प्रक्रिया को ग्रुप सी चयन / एल डी सी ई के लिए भी लागू किया जा सकता है।
यदि प्रश्न पत्र मे
कुछ प्रश्न / उत्तर गलत हैं, तो
पत्र 2010/ई(आरआरबी)/25/27 दिनांक 09.06.2011 में निर्धारित
प्रक्रिया केवल उन उम्मीदवारों के लिए अपनाई जाएगी जो उस /उन गलत प्रश्न या गलत
उत्तर वाले प्रश्न(प्रश्नों) का प्रयास किया है। यह
वैकल्पिक प्रश्न वाले प्रश्नपत्रों पर लागू होगा।"
Query 4 - क्या
विभागीय चयन में गलत प्रश्नों साबंधी अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के बारे में
अभ्यर्थियों (कर्मचारियों) को पहले से सूचित किया जाना आवश्यक है।
Clarifications - वर्तमान में अपनाई जा रही प्रक्रिया जारी रह सकती है या सभी मौजूदा आवश्यकताओं के
अनुरूप उचित समझे जाने पर इसे संशोधित किया जा सकता है। गलत उत्तर के मामले में
प्रश्नों को हटाने का प्रावधान अधिसूचना में उल्लिखित किया जाना चाहिए।
Query 5 - क्या गलत
प्रश्नों की अधिकतम संख्या की कोई सीमा है जिसे मूल्यांकन के दायरे से हटाया जा
सकता है और यदि प्रश्नों की संख्या निश्चित सीमा से अधिक हो तो गलत पाए जाने पर
लिखित परीक्षा रद्द करने का आदेश दिया जाता है?
Clarifications - ऐसी कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है
Clarification regarding Selection for promotion within Group 'C' posts introduction of 100% objective type multiple choice questions -
Query 1 - What action is to be taken if the question paper
contains mistakes viz. questions having no correct answers in all four options
(multiple choices); ambiguous questions; wrong mathematical or scientific
symbols and if the Paper Setter himself confers his/ her mistakes in the
question paper,
Clarifications - As per Railway Board's letter No 2010/E(RRB)/25/27
Pt. dated 09.06.2011 which stipulates that wherever any question(s) in the question
paper(s) is found to be incorrect, the question(s) may be omitted from the
scope of evaluation instead of giving grace mark(s) and raw score may be
assessed on percentage basis. The same principle may be adopted for
departmental examinations also.
Query 2 - Who can be the competent authority to take decision
to identify question(s) as wrong and to omit such question(s) from the scope of
evaluation, whether the question paper setter or the next higher authority.
Clarifications - After concluding the departmental examinations,
objection from the candidates may be obtained Members of Selection Board i.e. Question
paper setter should decide regarding correctness of questions/options and evaluator should also satisfy himself with the
same, before starting the evaluation,
Query 3 - The procedure
of RRB selection and departmental selections are different as in RRB, 100
questions are provided to candidates with direction to attempt all the
questions whereas in departmental selections, there are total 110 questions i,e.
100+10 optional questions of Rajbhasha. Out of 110 questions, only 100 questions
required to be attempted by the employees.
In this situation, some of employees may attempt wrong
question (s) and some of them may not attempt the wrong question and attempt
other question (s) of Rajbhasha already available in the question paper. In
such a situation two type of answer sheets are available one is for those
employees who have attempted wrong question (s) and 2nd for those who have not
attempted the so-called wrong question (s) and instead of wrong question (s) attempted
other question (s)” available in question paper.
Clarifications - The following procedure being followed in selections and LDCE for promotions from Group - C to Group - B may also be made applicable for Group C selections/LDCE.
In case, some of the question(s)/answer(s) therein are incorrect, the procedure as prescribed in the letter ie 2010/E(RRB)/25/27 dated 09.06.2011 is to be adopted only for those candidates who have attempted that/those incorrect question(s) or question(s) with wrong answer(s). This will be applicable to question paper(s) involving optional question(s)"
Query 4 - Whether the procedure to be adapted in the departmental selections needs to be notified to the candidates (employees) in advance.
Clarifications - The procedure being followed presently may
continue or the same may be modified as deemed fit to suit all existing
requirements Provision of deletion of questions in case of wrong answer should
be mentioned in the notification
Query 5 - Is there any limit on the maximum number of questions
that can be omitted from the scope of evaluation and order for cancellation of written
examination if the number of questions identified as wrong which exceeds the
certain limit?
Clarifications - No such limit has been prescribed
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